जब आपके साथ कुछ बुरा होता है तो क्या आप हमेशा ख़ुद को दोष देते हैं? क्या आप ख़ुद में सिर्फ़ कमियाँ और गलतियाँ निकालते रहते हैं? जब आप ख़ुद को शीशे में देखते हैं तो आपको ख़ुद से नफ़रत होती है? अगर आपका जवाब हाँ है तो इस समरी में आप सीखेंगे की किस तरह आपका बचपन और आपके पेरेंट्स आप पर असर डालते हैं| आप यह भी सीखेंगे की किस तरह अपने पुराने ज़ख्मों को भरें और ख़ुद को देखने का एक अलग और नया नज़रिया अपनाएँ| बीता हुआ कल आपका सिर्फ़ एक हिस्सा है लेकिन आप एक बेहतर और ख़ुशहाल आज और आने वाला कल जी सकते हैं.
यह समरी किसे पढ़नी चाहिए?
वो लोग जिनका बचपन अच्छा नहीं था
वो लोग जिनके पेरेंट्स गलत बर्ताव करते थे
थेरेपिस्ट, काउंसलर और सोशल वर्कर्स को
ऑथर के बारे में
बेवर्ली एंगल एक साईंकोथेरपिस्ट और सेक्सुअल, इमोशनल और फिजिकल एब्यूज वाले विक्टिम्स का केस लड़ने वाली वकील हैं| उन्होंने इन सब्जेक्ट्स पर 23 से भी ज़्यादा सेल्फ़ हेल्प बुक्स लिखी हैं| एंगल एक licensed मैरिज और फॅमिली थेरपिस्ट भी हैं|
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