I CAN MAKE YOU THIN

About Book

इंसानी दिमाग एक कंप्यूटर जैसा ही है. जो कुछ आप इसके अंदर डालोगे वो इसे अफेक्ट करेगा. या तो आपका दिमाग पीछे रहेगा या फिर किसी एफिशिएंट कंप्यूटर की तरह तेज़ भागेगा. तो अब अगर आपको लूज़ वेट करने के लिए फ़ूड को डिफरेंट लेवल पर प्रीसीव करना पड़े तो क्या होगा? तो इसलिए खुद को भूखा मारने या जी-तोड़ मेहनत करने की कोई ज़रूरत नहीं है. 
इस बुक में आपको हम पोजिटिव प्रोग्रामिंग के बारे में कुछ बताएँगे. हो सकता है आप शायद अब तक वेट इसलिए लूज़ नहीं कर पाए क्योंकि आप एक गलत डाईट फोलो कर रहे हो. हमारा एजेंडा सिर्फ वेट लूज़ करना नहीं है. हमे खुद को इम्प्रूव भी करना है और वो भी बिना फ्रस्ट्रेट हुए. ये बात ध्यान रखो कि आप अपनी बॉडी के मास्टरमाइंड खुद हो.

ये बुक किस किसको पढनी चाहिए ?

हर वो इंसान जो पतला होने या खुद को फिट रखने के लिए स्ट्रगल कर रहा है उसे ये बुक एक बार ज़रूर पढनी चाहिए. ये हमारा विशवास है कि इस बुक को पढने के बाद डाईटिंग को लेकर आपका नजरिया एकदम चेंज हो जाएगा और आपको समझ आ जायेगा कि असल में हमारी फिजिकल भूख और इमोशनल भूख के बीच काफी डिफ़रेंस है. इस बुक में दी गयी टेक्नीक्स और रूल्स फोलो करने के बाद वेट लूज़ करने का आपका सपना सच हो सकता है.आप लाइफ को एक अलग पर्सपेक्टिव से देखना स्टार्ट कर देंगे. 

इस बुक के ऑथर कौन है?

इस बुक के ऑथर है पॉल मैकेना एक ब्रिटिश ऑथर है जिनका जन्म 8 नवम्बर, 1963 में हुआ था, वो एक हिपनोटिस्ट, बिहेवियर साइंटिस्ट, टेलीविजन ब्रोडकास्टर और सेल्फ हेल्प बुक् ऑथर है. उन्होंने कई सारी बुक्स लिखी है और कई मल्टीमिडिया प्रोग्राम्स भी प्रोड्यूस किये है. इसके अलावा वो कई सारे से सेल्फ इम्प्रूवमेंट टीवी शो के होस्ट भी रहे है. न्यूरो लिंगुएइस्टिक प्रोग्रामिंग, मोटिवेशन और वेट लोस प्रोग्रामिंग जैसे इश्यूज पर भी उन्होंने बहुत से सेमिनार्स प्रेजंट किये है जो लोगो को बहुत ज्यादा मोटिवेट करते है. 

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