इस किताब के बारे में:
ये कहानी उस पहले भारतीय वैज्ञानिक की है जिन्होंने तब फिजिक्स में नोबेल प्राइज जीता था जब भारत अंग्रेजो का गुलाम था. ये किताब हमें सर सी.वी. रमन के जीवन की कहानी सुनाती है कि कैसे एक होनहार और तेज़ दिमाग बच्चे ने बड़े होकर भारत के साइंटिफिक रेवोल्यूशन में नींव रखी.
ये किताब किस-किसको पढ़नी चाहिए ?
हर उस इन्सान को जो साइंस पढ़ता है और साइंस को लेकर जिनके मन में पैशन है, उन्हें सर सी. वी. रमन की स्टोरी जरूर पढ़नी चाहिए. साइंस की फील्ड में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. वो अपने काम से हमारे देश का नाम सारी दुनिया में रौशन कर गए हैं. साथ ही ये किताब हर उस इन्सान के लिए है जो भारत के ऐसे महान सपूतों के बारे में जानना चाहता है .
References:
सी. वी. रमन : अ बायोग्राफी- उमा परमेश्वरम द्वारा (C.V. Raman: A biography- by Uma Parmeswaram)
द लाइफ एंड टाइम्स ऑफ़ सी.वी. रमन - तेजन कुमार बासु द्वारा (The Life and Times of C.V. Raman- by Tejen Kumar Basu)
सर सी.वी. रमन - नीरज द्वारा (Sir C.V. Raman- by Neeraj)
बायोग्राफी ऑफ़ सी.वी. रमन - आलोक कुमार गुप्ता द्वारा (Biography of C.V. Raman- by Alok Kumar Gupta)
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