The Adventure of the Abbey Grange

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साल 1897 की सर्दियों का मौसम था. एक दिन कड़ाके की ठंड में सुबह-सुबह किसी ने मुझे कंधो से झकझोरते हुए उठाया. वो और कोई नहीं बल्कि मेरा दोस्त शरलॉक होम्ज़ था. वो मुझ पर झुका हुआ था, जब मैंने उसके हाथ की मोमबत्ती की रौशनी में उसका परेशान सा चेहरा देखा तो मैं तुंरत समझ गया कि जरूर कुछ गड़बड़ है. 

उसने मुझसे कहा “उठो वॉटसन, उठ जाओ. सोने का वक्त नहीं है, एक केस आया है, चुपचाप से कपड़े पहनो और मेरे साथ चलो” 

दस मिनट बाद हम दोनों कैब में बैठकर सुनसान रास्तों से होते हुए चैरिंग  क्रोस स्टेशन की तरफ जा रहे थे. कोहरे की चादर को चीरती सुबह की धुधंली रौशनी में हमें रास्तो पर इक्का-दुक्का लोग चलते हुए दिखाई दे रहे थे. अपने भारी भरकम ऊनी कोट में सिकुड़कर होम्ज़ खामोशी से बैठा रहा और मैं  भी कुछ ख़ास बात करने के मूड में नहीं  था. एक तो ठंडी हवा बदन में तीर सी चुभ रही थी, ऊपर से हम बिना नाश्ता किये ही घर से चल पड़े थे. स्टेशन पर पहुंचकर गर्मा-गर्म चाय पीने के बाद हमने केंटिश ट्रेन पकड़ी तब जाकर होम्ज़ ने अपना मुंह खोला, वो बोलता रहा और मैं  सुनता रहा. उसने ज़ेब से एक पर्चा निकाला और जोर से पढ़ते हुए मुझे सुनाने लगा: 

               “एबी ग्रेंज, मार्शम केंट, Abbey Grange, Marsham, Kent,
                            सुबह 3.30 का वक़्त”
“माई डियर मिस्टर होम्ज़— तुम अगर इस सनसनीखेज कत्ल की गुत्थी सुलझाने में मेरी मदद के लिए आ सको तो मुझे बड़ी ख़ुशी होगी.
    ये केस तुम्हारे बाकि केस की तरह ही पेचीदा लग रहा है. सिवाए इसके कि यहाँ पर हमने लेडी को रिलीज़ कर लिया है और बाकि सारी चीज़े उसी हालत में है जैसी हमें  मौका-ए-वारदात पर मिली थी.
    इसलिए तुम मेरी रिक्वेस्ट पर बिना वक्त बर्बाद किये तुंरत यहाँ चले आओ, क्योंकि सर यूस्टेस को हम और ज्यादा देर तक नहीं  रख पाएंगे. 
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               “तुम्हारा अपना, स्टैनली हॉपकिंस 
होम्ज़ बोला “ हॉपकिंस अब तक मुझे सात बार केस की जांच के लिए बुला चुका है, और हर बार उसका केस हटकर होता है. मुझे लगता है तुम भी उसके हर केस को अपने कलेक्शन में जगह देते हो. पर मुझे ये भी लगता है वॉटसन कि तुम्हारे कहानी लिखने का जो तरीका है वो मुझे थोडा कम पंसद आता है, अब तुम पूछोगे क्यों? वो इसलिए क्योंकि तुम किसी भी केस को एक साइंटिफिक  रिसर्च  ले नज़रिए से ना लिखकर एक मसालेदार कहानी की तरह पेश करते हो. जो केस क्लासिक example बन सकते थे तुम उन्हें चटखारे लेकर ऐसे सुनाते हो कि रीडर्स को मज़ा तो आता है पर कोई ख़ास नॉलेज हासिल नहीं  होती” 

होम्ज़ की बात मुझे थोड़ी चुभ गई थी. मैंने नाराज़ होते जवाब दिया “तो तुम खुद क्यों नहीं  लिखना शुरू कर देते ?”
“मैं  लिखूंगा माई डियर वॉटसन, जरूर लिखूंगा. फिलहाल तो जैसा कि तुम जानते ही हो, मैं  बहुत बिज़ी हूँ पर मैंने सोच लिया है कि काम से रिटायर होने के बाद एक किताब लिखूंगा जिसका पूरा एक वॉल्यूम तो जासूसी पर ही होगा. फिलहाल तो हम एक मर्डर केस की छानबीन के लिए निकले हैं”. 
“तो तुम्हारा मतलब है कि सर यूस्टेस का खून हो गया है?’ 

“ लगता तो यही है,  हॉपकिंस इमोशनल टाइप का नहीं है पर उसकी राईटिंग से ऐसा लगता है जैसे वो बेहद परेशान है. मेरे खयाल से मामला कत्ल का ही है और लाश को तहकीकात के लिए रखा गया है क्योंकि मामला अगर सिर्फ आत्महत्या का होता तो वो हमें  कभी नहीं  बुलाता और जहाँ तक उस लेडी को छुड़ाने की बात है तो शायद हादसे के वक्त उसे बांध कर रखा गया होगा. हम एक हाई-फाई केस के लिए जा रहे है वॉटसन, ई. बी. मोनोग्राम और जिस पते पर हम जा रहे हैं वो काफी खूबसूरत जगह है. मुझे यकीन है  हॉपकिंस हमें  निराश नहीं  करेगा, मामला काफी दिलचस्प हो सकता है. आज का दिन काफी रोमांचक रहेगा. कत्ल कल रात बारह बजे से पहले हुआ है” 

“ये तुम इतने यकीन से कैसे बोल सकते हो?” मैंने हैरानी से पूछा 
होम्ज़ बोला “मैंने ट्रेन का टाइम टेबल चेक किया. पहले लोकल पुलिस आई होगी, फिर उन्होंने स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस को खबर दी होगी और फिर  हॉपकिंस को वहां भेजा गया होगा और उसने फिर मुझे मैसेज भेजा. इस सब में तो रात भर का वक्त लग गया होगा. खैर, हम चिज्लहस्ट स्टेशन तो पहुँच ही चुके हैं तो अब जल्द ही अपने सवालों के जवाब भी ढूंढ लेंगे” 

हम लोग देहाती ईलाके की संकरी गलियों से गुजरते हुए कोई दो मील का चक्कर काटकर एक बड़े से बगीचे के गेट तक पहुंचे जहाँ एक बूढ़े लॉज कीपर ने हमारे लिए गेट खोला. उसके झुर्रीदार चेहरे पर बीते हुए वक्त की मार के निशान थे, जैसे उसने जिंदगी में बहुत गम झेले हों. पार्क के बीच से होकर गुजरने वाले रास्ते में दोनों तरफ पुराने एल्म के पेड़ लगे थे और आखिरी छोर पर एक बड़े लंबे-चौड़े बंगले का अहाता था जहाँ पलेडियो स्टाइल के बड़े-बड़े पिलर बने थे.

 बंगले के बीच का हिस्सा काफी पुराना लगता था और आईवी की बेलों से घिरा हुआ था पर बड़ी-बड़ी खिड़कियों को देखकर लगता था कि इस पुराने फैशन के बंगलो को मॉडर्न टच देने की कोशिश की गई है क्योंकि घर का एक हिस्सा एकदम नया बना हुआ लग रहा था. घर का मेन गेट खुला हुआ था, नौजवान इंस्पेक्टर  हॉपकिंस का बैचेन चेहरा दरवाज़े से झाँक रहा था. वो काफी अलर्ट लग रह था, ऐसा लगा हमें  वहां देखकर उसे थोड़ी तस्सली मिली थी.   

“बड़ी ख़ुशी हुई कि आप आये, मिस्टर होम्ज़, और आप भी डॉक्टर वॉटसन! अगर पहले ही सारे मामले का खुलासा हो जाता तो मैं  आपको तकलीफ नहीं  देता, क्योंकि लेडी होश में आ चुकी है और उन्होंने अपना बयान दर्ज करवा दिया है इसलिए अब इन्वेस्टीगेशन की कोई ख़ास जरूरत नहीं  लगती, ओह! मामला लूट-पाट का है, आपने  लुइशम गैंग का नाम तो सुना होगा?’ 
“क्या? वो जो तीन रैंडल हैं? होम्ज़ ने पूछा  

“हाँ बिल्कुल वही तीनो, बाप और दो बेटे. मुझे जरा भी शक नहीं  है, ये सब उन्ही का किया-धरा है. अभी दो हफ्ते पहले ही उन्हें सिडनम में लूटपाट करते देखा गया था, पर इतनी जल्दी वो यहाँ आकर ये काण्ड कर जायेंगे, ये सोचकर हैरानी हो रही है, खैर जो भी हो, ये उनका ही किया-धरा है. लेकिन इस बार उन्होंने बहुत बड़ा काण्ड कर दिया है” 
“ तो सर यूस्टेस की मौत हो गई?’?” होम्ज़ ने पूछा 
“हाँ, उनके सिर पर पोकर से वार किया गया था” 
“मेरे ड्राईवर ने बताया था, ये सर यूस्टेस  ब्रैकेनस्टॉल हैं ना” होम्ज़ बोला 
“बिल्कुल वही है- केंट के सबसे अमीर आदमी. लेडी  ब्रैकेनस्टॉल मोर्निंग रूम में मिलेगी. बेचारी, उनके साथ बहुत बुरा हुआ. मैंने जब उन्हें देखा तो मरने की हालत में थी. मेरे खयाल से तुम जाकर उनसे मिल लो और जो कुछ पूछना है पूछ लो. फिर हम साथ में डाइनिंग रूम की तहकीकात करेंगे.” 

लेडी  ब्रैकेनस्टॉल बेहद खूबसूरत औरत थी. हालाँकि मैं  इस बात को मानता हूँ कि मैंने अपनी जिंदगी में  एक से एक खूबसूरत औरतें  देखी हैं  पर ऐसा दिलकश, हसीन चेहरा और नाज़ुक बदन आज से पहले मैंने कभी नहीं  देखा, उनके बाल सुनहरे थे, आँखे नीली जैसे कोई गहरी झील हो. उनका गुलाबी खूबसूरत चेहरा इस सदमे की वजह से सफ़ेद पड़ चुका था और रो-रोकर आंखे सूजी हुई थी. उनकी हालत देखते ही मैं  समझ गया कि दिलो-दिमाग के साथ-साथ उनका बदन भी घायल हुआ है, एक आँख के ऊपर गहरी चोट आने से वहां सूजन आ गई थी.

 एक लंबे कद की सख्त चेहरे वाली औरत जो शायद उनकी नौकरानी थी, चोट वाली जगह को विनेगर और पानी से साफ कर रही थी. लेडी बेहद पस्त हालत में एक काउच के ऊपर लेटी थी, पर उनकी तेज़ नजरो ने हमें  कमरे के अंदर आते देख लिया था. हमें  देखते ही उनके चेहरे पर भाव उभरे मैं  समझ गया कि इस हादसे के बावजूद ना तो उनकी हिम्मत टूटी है और ना ही मुझे वो घबराई हुई लगी. उस वक्त वो एक नीले और सिल्वर रंग का ढीला सा ड्रेसिंग गाउन पहने हुए थी, पर एक काला सलमे-सितारे जड़ा डिनर ड्रेस बगल में काउच पर टंगा हुआ था. 

वो जरा नाराज़गी से बोली “मुझे जो कुछ बताना था, बता दिया मिस्टर हॉपकिंस, क्या आप वो सब इन्हें नहीं  बता सकते? खैर, अगर फिर भी जरूरी है तो मैं इन दोनों जेंटलमेन को फिर से बता सकती हूँ, पर क्या आपने इन्हें डाइनिंग रूम दिखा दिया?” 
“मुझे लगता है कि पहले ये आपके मुंह से पूरी बात सुन ले तो बेहतर होगा” 
“मुझे ख़ुशी होगी अगर आप सारा मामला जल्द से जल्द सुलझा सके, मैं ..मैं  उन्हें ऐसे पड़े हुए नहीं  देख सकती” लेडी थरथर काँप रही थी, चेहरे को हाथो से ढकने की कोशिश में गाउन की ढीली स्लीव्स नीचे खिसक आई थी, बांहों पर पड़े चोट के निशान देखकर होम्ज़ चौंक पड़ा. उसके मुंह से हमदर्दी भरी एक आह निकली. 

 “आपको तो काफी चोटें आई है  मैडम ! ये कैसे हुआ ?’ 
लेडी के गोर बाज़ू पर दो बड़े लाल निशान थे,  वो जल्दी से अपनी बाजू ढकते हुए बोली:
“कुछ नहीं, ये बस ऐसे ही चोट लग गई पर इसका कल रात के हादसे से कोई लेना-देना नहीं है. आप और आपके दोस्त अगर आराम से बैठ जाए तो मैं  आपको पूरी कहानी बताती हूँ. 

Puri Kahaani Sune....

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